देहरादून। श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ( बीकेटीसी) अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने आज मंगलवार देर शाम को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से उनके शासकीय आवास में भेंट की। उन्होंने मुख्यमंत्री को श्री बदरीनाथ धाम श्री केदारनाथ धाम सहित चारधाम यात्रा के द्वितीय चरण के विषय में अवगत कराया। साथ ही बीकेटीसी के अस्थायी कर्मचारियों के वन टाइम सेंटिमेंट एवं श्री त्रियुगीनारायण को वेंडिंग डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने सहित अन्य बिंदुओं पर भी बातचीत की।
मुख्यमंत्री ने बीकेटीसी अध्यक्ष के आग्रह पर कर्मचारियों के वन टाइम सेंटिमेंट की प्रक्रिया को गति देने हेतु शासन को भी उचित निर्देश दिये। बीकेटीसी अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि इस यात्रा मई-जून में रिकार्ड तीर्थयात्रियों ने धामों में दर्शन किये। दुर्भाग्य से बरसात के दौरान प्रदेश में जानमाल की क्षति हुई, जिसका असर चारधाम यात्रा पर भी पड़ा है।
उन्होंने आपदा राहत कार्यों सहित द्वितीय चरण की चारधाम यात्रा के लिए प्रदेश सरकार एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार जताया। उन्होंने बताया कि चारधाम यात्रा मार्ग को प्रदेश सरकार ने सुचारू किया है। फलस्वरूप बीते शनिवार 6 सितंबर से श्री बदरीनाथ धाम, श्री केदारनाथ धाम में निरंतर यात्रा चल रही है। तीन दिनों में श्री बदरीनाथ धाम में 8421 तीर्थयात्री पहुंचे तथा श्री केदारनाथ धाम में 17770 तीर्थयात्रियों ने दर्शन किये है। श्राद्धपक्ष को देखते हुए श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने की उम्मीद है।
उन्होंने बताया कि अभी तक बदरीनाथ धाम में 1299880 तथा केदारनाथ धाम में 1493170 श्रद्धालुओं ने दर्शन किये है।
कुल मिलाकर कपाट खुलने से अभी तक 2793050 तीर्थयात्रियों ने श्री बदरीनाथ तथा श्री केदारनाथ धाम के दर्शन किये है।
बीकेटीसी अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के तहत श्री त्रियुगीनारायण को वेंडिंग डेस्टिनेशन के रूप में विकसित किये जाने, रखरखाव -सौंदर्यीकरण हेतु अनुदान, चाई ( जोशीमठ) मंदिर के जीर्णोद्धार कार्य, बीकेटीसी को देहरादून में कार्यालय हेतु भूमि दिये जाने, मंदिर समिति को आपदा की स्थिति को देखते श्री केदारनाथ सहित धामों में पूजा सामग्री पहुंचाने आदि हेतु हैलीकॉप्टर सुविधा के लिए मुख्यमंत्री से आग्रह किया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बीकेटीसी अध्यक्ष के पत्र पर सकारात्मक रूप से विचार करने तथा शासन की ओर से यथा सहयोग का आश्वासन दिया।